उम्मीद...
बिगड़े हालात भी सुधर जाएं
और ये वक्त भी ठहर जाए
तेरे आने की खबर से
मन कंवल खिल जाए
अजनबी शहर भी
अपना बन जाए
रात सिमटने लगे
और सहर हो जाए
तेरे आने की उम्मीद
दिल में बाकी है
तुम जो आ जाओ
तो बात बन जाए।
ठूंठ सी जिन्दगी में भी
बहार आ जाए।
उम्मीद...
बिगड़े हालात भी सुधर जाएं
और ये वक्त भी ठहर जाए
तेरे आने की खबर से
मन कंवल खिल जाए
अजनबी शहर भी
अपना बन जाए
रात सिमटने लगे
और सहर हो जाए
तेरे आने की उम्मीद
दिल में बाकी है
तुम जो आ जाओ
तो बात बन जाए।
ठूंठ सी जिन्दगी में भी
बहार आ जाए।
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